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Day 353 – “Market Profile में Range Extension और उसके संकेत”

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📚 Table of contents

|| 365-दिन स्टॉक मार्केट मास्टर प्लान ||
अगर बाजार सीमा लांघे, तो कुछ बड़ा होने वाला है।”


1. Range Extension (RE) क्या होता है?

  • जब प्राइस Initial Balance (IB) के हाई या लो को तोड़कर बाहर की तरफ ट्रेंड करता है, तो इसे Range Extension कहते हैं।
  • यह दिखाता है कि मार्केट में एक पक्ष (buyers या sellers) ने नियंत्रण ले लिया है।

2. RE का विश्लेषण कैसे करें?

  • Single Print Areas: जब प्राइस तेजी से IB से बाहर जाता है और पीछे मुड़कर नहीं आता, तो वह सिंगल प्रिंट बनाता है – यह एक ट्रेंड की पुष्टि होती है।
  • RE के बाद वॉल्यूम:
    • अगर ब्रेकआउट के समय वॉल्यूम ज्यादा है, तो वह ब्रेकआउट मजबूत माना जाता है।
    • कम वॉल्यूम = False breakout की संभावना।

3. RE के प्रकार:

  • Upside RE: Price breaks IB High = Buyers stronger
  • Downside RE: Price breaks IB Low = Sellers stronger
  • दोनों ही स्थितियों में Follow-through जरूरी है।

4. प्रैक्टिकल टास्क:

  • आज के लिए किसी स्टॉक या इंडेक्स का मार्केट प्रोफाइल चार्ट खोलिए।
  • IB की रेंज निकालिए (9:15 – 10:15)
  • देखें कि क्या प्राइस ने इस रेंज को तोड़ा?
  • अगर हां, तो ब्रेकआउट की दिशा, वॉल्यूम और फॉलो-थ्रू का विश्लेषण करें।
  • नोट करें कि ट्रेडिंग का कौन-सा अवसर मिला।

5. माइंडसेट टिप:

  • हर ब्रेकआउट पर नहीं कूदना है।
  • Range Extension तभी काम करता है जब मार्केट उसे सपोर्ट करता हो।

6. आज का मंत्र:

सीमा टूटे तो सतर्क हो जाओ – मौका या धोखा, दोनों हो सकता है।”


 

Disclaimer:

सभी जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्य (Educational Purpose) के लिए प्रदान की गई है। यह कोई निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं है।

पाठकों से निवेदन है कि वे किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) से परामर्श अवश्य लें।

यह ब्लॉग SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप है और किसी भी लाभ या हानि के लिए लेखक या वेबसाइट उत्तरदायी नहीं होगी।

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