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Day 347 – “Market Profile में Value Area और उसके तीन मुख्य पॉइंट्स”

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📚 Table of contents

|| 365-दिन स्टॉक मार्केट मास्टर प्लान ||
जहाँ कीमतों ने सबसे अधिक समय बिताया, वही है असली मूल्य क्षेत्र।”


1. Value Area क्या है?

  • Market Profile का Value Area वह प्राइस रेंज होता है जिसमें लगभग 70% ट्रेडिंग वॉल्यूम होता है।
  • यह प्राइस रेंज दर्शाती है कि बाजार ने इस क्षेत्र को मूल्यवान (acceptable) माना।

2. Value Area के तीन मुख्य पॉइंट्स:

  • Value Area High (VAH): Value Area का ऊपरी प्राइस लेवल।
  • Value Area Low (VAL): Value Area का निचला प्राइस लेवल।
  • Point of Control (POC): Value Area का सबसे ज्यादा वॉल्यूम वाला प्राइस।

3. Value Area का महत्व:

  • VAH और VAL सपोर्ट और रेसिस्टेंस के रूप में काम करते हैं।
  • POC से दूर निकलना ट्रेंड की शुरुआत हो सकता है।
  • कीमत का Value Area के अंदर रहना बाजार के संतुलन को दर्शाता है।

4. ट्रेडिंग में उपयोग:

  • VAH के ऊपर ब्रेकआउट पर खरीदारी के अवसर।
  • VAL के नीचे ब्रेकआउट पर बिकवाली के संकेत।
  • Value Area के अंदर प्राइस मूवमेंट को नजरअंदाज न करें, यहां असली बैटल होती है।

5. आज का टास्क:

  • अपने पसंदीदा स्टॉक का Market Profile बनाएं और Value Area चिन्हित करें।
  • VAH, VAL, और POC को नोट करें।
  • देखें कि पिछले दिनों प्राइस ने इन लेवल्स पर कैसे रिएक्ट किया।
  • आज के ट्रेड में Value Area के आधार पर एंट्री और एग्जिट प्लान बनाएं।

6. माइंडसेट टिप:

  • बाजार के मूल्य क्षेत्र को समझना, बाजार की ‘फीलिंग’ समझने जैसा है।
  • इसे जानकर आप बेहतर निर्णय ले सकते हैं।

7. आज का मंत्र:

जहाँ कीमतें ठहरती हैं, वहीं छुपा होता है बाजार का असली खेल।”


 

Disclaimer:

सभी जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्य (Educational Purpose) के लिए प्रदान की गई है। यह कोई निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं है।

पाठकों से निवेदन है कि वे किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) से परामर्श अवश्य लें।

यह ब्लॉग SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप है और किसी भी लाभ या हानि के लिए लेखक या वेबसाइट उत्तरदायी नहीं होगी।

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